काश कि दिल में हमारे कहीं एक कोना होता
बंद कर रख लेते उसे किस्मत में जो ना होता!
खुदा तेरे बंदों की ख़्वाहिशें अधूरी भी न रहती
और ना कभी किसी से बिछड़ने का रोना होता!
जब तुम आते हो ख़्वाबों में बस यही चाहते हैं
और कोई काम ही नहीं होता बस सोना होता!
कितना रईस होता आज मैं हर-सू, हर जानिब
ज़िन्दगी में जो मिला था उसे नहीं खोना होता!
हाय वो मुस्काती आंखें तेरी, लूट लेते हैं दिल सारे
मेरी निगाहों में भी ऐसा ही कोई जादू टोना होता!
बस एक बार उसे छूकर महसूस करना था मुझे
देख लेता फिर मैं अगर कयामत भी होना होता!
गर तमाम चेहरों पर यूं मुखौटे न होते यहाँ पर
इश्क न खेल होता और न दिल खिलौना होता!
No comments:
Post a Comment
your comment is the secret of my energy